क्या आपका लिविंग रूम भी थोड़ा… बोरिंग लग रहा है? 🥱 सच कहूँ, हम सब चाहते हैं कि हमारा लिविंग रूम डेकोर इतना आकर्षक हो कि मेहमान दंग रह जाएं। पर ऐसा सुंदर लिविंग रूम बनाना कोई रॉकेट साइंस तो है नहीं! बस कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना है। आज, मैं आपके साथ कुछ ऐसे ही जादुई लिविंग रूम आइडिया शेयर करने वाला हूँ। चलिए, आपके लिविंग रूम को सुंदर बनाने के आसान टिप्स पर एक नज़र डालते हैं, जो आपकी पूरी घर की सजावट का लेवल ही बदल देंगे।
पहला इंप्रेशन है सब कुछ: द राइट फर्नीचर
लिविंग रूम में सबसे पहले नज़र फर्नीचर पर ही जाती है। अगर वही सही नहीं है, तो बात बनने वाली नहीं। यहाँ कुछ गोल्डन रूल्स हैं:
- स्केल मैटर करता है: एक रिसर्च के मुताबिक, 70% लोग ऐसे सोफे खरीदते हैं जो उनके रूम के साइज के हिसाब से बड़े या छोटे होते हैं। अपने रूम की नाप लें और उसी के अनुसार फर्नीचर चुनें।
- मल्टी-फंक्शनल है जरूरी: छोटे स्पेस के लिए ओटोमन या स्टोरेज वाले सोफे बेहतरीन विकल्प हैं। ये स्टाइलिश भी लगते हैं और चीजें छुपाने का काम भी करते हैं।
- कम्फर्ट को न भूलें: सोफा सजावटी ही नहीं, आरामदायक भी होना चाहिए। वरना आपका परिवार उस पर बैठना ही पसंद नहीं करेगा!
मेरे एक क्लाइंट ने एक बहुत ही स्टाइलिश पर आरामदायक सोफा लिया। अब वो कहते हैं कि पूरा परिवार उसी के आसपास जमा होता है।
रंगों का जादू: कलर पैलेट चुनना
रंग किसी भी कमरे की भावना तय करते हैं। सही कलर पैलेट चुनना, लिविंग रूम सजावट का सबसे मजेदार हिस्सा है।
- न्यूट्रल बेस, पॉप ऑफ कलर: दीवारों के लिए हल्के बेज, सफेद या ग्रे कलर चुनें। फिर कुशन, पर्दे या एक आर्ट पीस के साथ एक बोल्ड कलर जोड़ दें।
- 60-30-10 का नियम: यह प्रोफेशनल डिजाइनरों का पसंदीदा नियम है। 60% डोमिनेंट कलर (दीवारें, सोफा), 30% सेकेंडरी कलर (पर्दे, कार्पेट) और 10% एक्सेंट कलर (डेकोर आइटम) रखें।
- मूड के अनुसार चुनें: शांति चाहते हैं? नीले और हरे रंग के शेड्स ट्राई करें। एनर्जी चाहिए? पीला या नारंगी आजमाएं।
यह सोचिए जैसे आप एक केक बेक कर रहे हैं। न्यूट्रल कलर केक का बेस है और एक्सेंट कलर उस पर लगी आइसिंग और स्प्रिंकल्स!
लाइटिंग: वो सीक्रेट इंग्रीडिएंट
क्या आपने कभी नोटिस किया है कि कैसे एक रेस्तरां की लाइटिंग आपके मूड को बदल देती है? ठीक वैसे ही, आपके लिविंग रूम डेकोर में लाइटिंग सब कुछ बदल सकती है।
- लेयर्ड लाइटिंग है की: सिर्फ एक सेंट्रल लाइट पर निर्भर मत रहिए। एम्बिएंट लाइटिंग (ओवरहेड), टास्क लाइटिंग (रीडिंग लैंप) और एक्सेंट लाइटिंग (वॉल आर्ट पर स्पॉटलाइट) का कॉम्बिनेशन बनाएं।
- डिमर स्विच लगवाएं: यह छोटा सा इन्वेस्टमेंट बड़ा बदलाव लाता है। शाम को लाइट्स को हल्का करके एक कोजी माहौल बना सकते हैं।
- प्राकृतिक रोशनी को एम्ब्रेस करें: दिन के समय परदे खोल दें। सूरज की रोशनी कमरे को बड़ा और ताजा महसूस करवाती है।
मैं हमेशा अपने क्लाइंट्स को बताता हूँ, लाइटिंग मेकअप की तरह है। सही लाइटिंग आपके रूम की खूबियों को हाइलाइट कर देती है और कमियों को
